LiFi full form in hindi – क्या आपको पता है के Lifi क्या है और lifi technology, wifi से अलग क्यों है?
1896 को wireless तार का अविष्कार Guglielmo Marconi द्वारा किया गया,जिन्होंने खुले समुन्दर के ऊपर से पहला बिनतार संदेश भेजा था. यह wireless technology की शुरुवात थी और उसके बाद कही सारे ऐसे अविष्कार हुए और इसे और बेहतर बनाये जाने लगा. करीब 100 सालो बाद वो टेक्नोलॉजी मार्केट मे आयी जिसे हम WiFi के नाम से जानते हैं. लेकिन बदलाव हमेशा ही होते रहते हैं और नयी चीजे हमारे सामने आती रहते हैं. WiFi मे भी साइंटिस्ट कुछ अलग करने का सोच रहे थे और फिर उन्होंने इसका एक नया version हमारे सामने लाया जिसे LiFi कहा जाता हैं.
LiFi एक ऐसा अविष्कार हैं जिसमे आप सिर्फ आपके घर के LED बल्ब से high speed इंटरनेट को access कर सकते हैं. आपको सुनकर हैरानी होगी की इसकी इंटरनेट डाटा ट्रांसफर करने की क्षमता WiFi से 1000 गुना ज्यादा हैं.
हम ज़ब कभी किसी वीडियो या movie को किसी वेबसाइट से डाउनलोड करते हैं तब हमें ज्यादा से ज्यादा 2mbps की speed मिलती हैं. मुझे पता हैं मैंने थोड़ा ज्यादा ही बोल दिया क्यों की मेरे एरिया मे तो 300kpbs से ज्यादा speed नहीं मिल पाती. लेकिन हम इस speed को मानके चलते हैं की आपको 2mbps की speed WiFi से मिल रही हैं. लेकिन LiFi एक ऐसी तकनीक हैं जिसमे आपको 1Gbps तक की speed मिल पायेगी. यानि GTA 5 जैसा 50GB का गेम आप 1 मिनट के अंदर ही डाउनलोड कर सकेंगे.
Light speed से चलने वाली इस fast इंटरनेट तकनिक पर 2011 से रिसर्च की जा रही हैं और इसे और बेहतर बनाया जा रहा हैं.
इस आर्टिकल मे हम जानेंगे की LiFi क्या हैं, LiFi की History, lifi full form, इसे कैसे इस्तेमाल किया जाता हैं और LiFi technology कैसे काम करती हैं, LiFi Advantages and Disadvantages, इसके Limitations क्या हैं और सबसे महत्वपुर्ण की lifi vs wifi, इनमे क्या difference हैं.
LiFi क्या हैं – LiFI Full Form
LiFi का फूल फॉर्म Light Fidelity हैं. यह एक Wireless communication टेक्नोलॉजी हैं जो Light emitting diode यानि LED के उपयोग से डाटा transmit करने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं.
LiFi concept का परिचय सबसे पहले Haral Haas ने 2011 मे Ted Talk नामक चॅनेल पर दिया था और वहींसे इस टेक्नोलॉजी की शुरुवात हुयी थी.
यहां पर उन्होंने ये भी कहा था की LED लाइट की रौशनी से WiFi से कही गुना तेज डाटा को ट्रांसमिट किया जा सकता हैं.
हालांकि की WiFi और LiFi दोनों मे वायरलेस डाटा ट्रांसफर होता हैं और दोनों मे इनफार्मेशन को शेयर कर सकते हैं. लेकिन डाटा को ट्रांसफर करने का जो तरीका हैं उसमे काफ़ी अंतर देखने को मिलता हैं.
WiFi यानि Wireless Fidelity, जिसमे Radio waves से डाटा ट्रांसफर होता हैं और दूसरी तरह LiFi हैं जिसमे Visible light मतलब की बल्ब की रौशनी, Ultraviolet rays और infrared स्पेक्ट्रम के माध्यम से डाटा को ट्रांसफर किया जाता हैं.
WiFi मे radio tower होते हैं जो हमारे डिवाइस तक radio frequency के माध्यम से इंटरनेट को हमतक पहुंचाते हैं. लेकिन जहातक LiFi की बात हैं तो यह प्रकाश की तीव्रता से डाटा ट्रांसफर करती हैं. यानि की जितनी ज्यादा रौशनी उतना ही high speed इंटरनेट एक्सेस हमें मिलता हैं.
कहा जाता हैं की यह 100 Gb तक का डाटा 1 सेकंड मे ट्रांसफर कर सकता हैं जिसमे ऑप्टिकल वायरलेस कम्युनिकेशंस (OWC) तकनीक का इस्तेमाल होता हैं, जो network, high speed इंटरनेट और कम्युनिकेशन के लिए light emitting diode (LED) के प्रकाश का उपयोग करता हैं.
इसे अब हॉस्पिटल,military एरिया, एयरक्राफ्ट केबिन इत्यादि कही जगह पर भी इस्तेमाल भी किया जाने लगा हैं जिससे कम्युनिकेशन लिमिटेड एरिया मे काफ़ी सुलभ हो गया हैं. लेकिन जैसा की मैंने कहा यह सिर्फ रौशनी होगी तब ही काम करेगा यानि LED off तो इंटरनेट off और बल्ब ऑन तो आपका इंटरनेट भी On.
LiFi क्या हैं यह जानने के बाद हम, यह काम कैसे करता हैं इसके बारे मे समझ लेते हैं.
LiFi Vs WiFi – LiFI full form in hindi
WiFi | LiFi |
---|---|
WiFi का फूल फॉर्म Wireless Fidelity हैं | LiFi का फूल फॉर्म Light Fidelity हैं (light fidelity is a lifi full form) |
डेटा Radio waves से ट्रांसफर होता हैं | डेटा LED लाइट से ट्रांसफर होता हैं |
Internet speed मे router की वजह से दिक्क़त आ सकती हैं | Internet speed मे किसी तरह का disturbance नहीं होता |
150 Mbps तक का डाटा ट्रांसफर होता हैं (यह आपके plans पर डिपेंड हैं) | 1 Gbps तक का डाटा ट्रांसफर होता हैं |
LiFi से कम Secure हैं | WiFi से ज्यादा Secure हैं |
WiFi की range 32 मीटर तक होती हैं या ज्यादा भी हो सकती हैं | LiFi की range 10 मीटर होती हैं |
WiFi के लिए सिर्फ Router की जरूरत होती हैं | Lamp driver, LED bulb(lamp) and photo detector से कम्पलीट LiFi system बनती हैं |
WiFi की Frequency 2.4GHz 4.9GHz और 5GHz होती हैं | LiFi मे Radio waves से 10 गुना अधिक Frequency होती है |
LiFi काम कैसे करता हैं (Working of LiFi Technology)
Internet कैसे काम करता है आपको पता ही होगा। वह 1 एंड 0 (10101011…) में डाटा को ट्रांसफर करता है. और ऐसा करने के लिए वह रेडियो waves का इस्तेमाल करता है.
Wifi में एक wired कनेक्शन किसी कंपनी से आपके घर मे आता है और आप उसे मॉडेम या राऊटर के साथ कनेक्ट करते है. और उस router के जरिये आपको WiFi यूज करने को मिल जाता है. तो basically Wifi यानि यह एक wired connection ही होता है लेकिन router एक tower की तरह काम करके लिमिटेड एरिया तक 1 and 0 को यानि इंटरनेट को आपके डिवाइस तक भेजता है.
उसी प्रकार LiFi में भी डाटा 1 and 0 में ही ट्रांसफर या रिसीव होता है।
इसमें suppose आप एक रूम में बैठे हुए है और आपके ठीक ऊपर एक LED लाइट होगी और उसकी रौशनी से ये १’s एंड 0’s निकलेंगे और आपके डिवाइस तक पहुंचेंगे।
अब आप सोच रहे होंगे की रेडियो waves में तो wave होते है जिससे 1 and 0’s भेज सकते है, लेकिन लाइट तो कांस्टेंट होती है. इसमें यह कैसे काम करेगा और हमारे डिवाइस को कैसे पता चलेगा की 1 कौनसा है 0 कौनसा है.
LiFi Data कैसे ट्रांसफर करता है
LiFi में जो बल्ब होगा वो इस सिंग्नल को भेजने के लिए चालू होगा और फिर बंद होगा। मतलब के ON यानि 1 और OFF यानि 0. लेकिन जैसा की मैंने कहा यह WiFi से हजार गुना ज्यादा डाटा per सेकंड सेंड करेगा। तो यहाँ पर भी बल्ब जितनी ज्यादा स्पीड होगी उतनी ही तेजी से flicker (on-off) होके डाटा ट्रांसफर करेगा। इतना तेजी से की 1 सेकंड में यह कही मिलियन से भी ज्यादा बार चालू-बंद होगा और हमें इसका बता भी नहीं चलेगा की यह कब ON हुआ और कब OFF हुआ.
अब जब हम घर के बाहर जाते है तो बाहर वोडाफोन आईडिया या जो भी है, उनके टॉवर होते है जो हमे इंटरनेट प्रोवाइड करते है. और घर में हमारे पास एक राऊटर होता है जो इंटरनेट को WiFi में कन्वर्ट करके हम तक पहुंचता है. लेकिन LiFi में घरमे हर जगह छोटे छोटे बल्ब लगे होंगे जो हमे इंटरनेट प्रोवाइड करेंगे।
अब यहां पर ऐसा नहीं होगा की आप एक LED बल्ब लगाओगे और इंटरनेट आपको मिल जायेंगा। क्यों की इसका installation भी WiFi की तरह ही होता है. जिसमे हमे कुछ चीजों (devices) की जरूरत होती है.
Actual Working (कार्य प्रणाली)
LiFi इंटरनेट को यूज करने के लिए आपके पास कुछ यंत्र यानि devices होने जरूरी होते है. यह मुख्य रूप से डाटा को सेंड और रिसीव करने का काम करेंगे। इंटरनेट एक्सेस करने के लिए आपको mainly 4 components की जरूरत होगी और उसके बाद ही आप इसे यूज कर पाएंगे।
- Lamb driver
- LED Lamp
- Photo Detector
- Dongle (Similar to router)
हाई स्पीड इंटरनेट यूज करने के लिए आपको सबसे पहले किसी कंपनी से इंटरनेट कनेक्शन लेगा होगा। जो की केबल के जरिये आपके घर तक आएगा।
इसके बाद एक सर्वर होता है जहाँपर आपकी वेबसाइट होस्ट होती है मतलब की यदि आप कौनसी वेबसाइट ओपन कर रहे है तो उनके सर्वर्स होते है जो डाटा 1’s एंड 0’s में सेंड करते है.
इसके बाद जिस भी कंपनी का इंटरनेट आपने लिया होगा उसकी केबल Lamp driver में लगेगी और वह decide करेगा की बल्ब को कितनी बार फ्लिकर (On-Off) करना है और डाटा कितना सेंड करना है. मतलब की Lamp driver के हाथ में LiFi का पूरा कण्ट्रोल होता है, जिससे वो आपके डिवाइस तक इंटरनेट पहुंचता है.
अब क्या होगा यह ध्यान से पढ़िए, जो भी इंटरनेट डाटा Lamp driver से आता है वह डाटा को LED Lamp की रौशनी के अंदर ट्रांसमिट करता है.
उसके बाद आपके सिस्टम में (Computer या मोबाइल) में एक dongle लगा हुआ होता है जिसमे Photo Detector फिट किया जाता है. और जो भी रौशनी इस फोटो डिटेक्टर के ऊपर पड़ती है तो वह रौशनी के साथ हमारे डाटा (Image, video, audio, etc.) जो भी है उसे binary फॉर्मेट (1’s and 0’s) में कैप्चर करता है और इसे इलेक्ट्रिकल सिग्नल के रूप में हमारे सिस्टम तक पहुंचता है.
ऐसा करते समय जितनी भी इंटरनेट की स्पीड होगी उतनी ही तेजीसे आपका बल्ब फ्लिकर कर रहा होता है. यह बहोत तेजीसे होता है इसलिए यूजर को इसका कुछ भी पता नहीं चल पता की कब बल्ब चालू हुआ और और कब बंद हुआ.
Advantages and Limitations of LiFi
LiFi क्या है (lifi full form क्या है) और कैसे काम करता है यह जानने के बाद हम इसके फायदे और लिमिटेशंस के बारे समझ लेते है. क्यों की यह एक नई टेक्नोलॉजी है और इसपर अभी भी काम चल रहा है, इसलिए इस तकनीक के फायदों के साथ साथ लिमिटेशंस भी काफी ज्यादा है.
Advantages (फायदे)
- इंटरनेट की स्पीड WiFi से काफी फ़ास्ट होगी।
- LiFi की कम रेंज के कारण यह तकनीक WiFi से ज्यादा secure है.
- जहातक इसकी रौशनी जाती है वही तक आपको इंटरनेट एक्सेस करने को मिलेगा। यानि की जैसे WiFi के रेडियो वेव दीवारों को भेद सकते है इसलिए बाहर का व्यक्ति भी आपके WiFi से उसके डिवाइस कनेक्ट कर सकता है. लेकिन रौशनी दीवारों को नहीं भेद सकती, इसलिए आपका इंटरनेट बहोत ही सिक्योर रहेगा।
- यह एक ग्रीन टेक्नोलॉजी है. क्यों की WiFi के रेडियो waves से हमारे शरीर को काफी नुकसान होता है, लेकिन लाइट से आप पूरी तरह से सेफ रहोगे और हाई स्पीड इंटरनेट एक्सेस कर पाओगे।
- WiFi के तुलना में LiFi टेक्नोलॉजी काफी कम पावर consume करती है.
Limitations (सीमित)
- इसकी बेसिक लिमिटेशन यह है की यदि लाइट बंद तो इंटरनेट बंद. बिना लाइट के आप LiFi को नहीं यूज कर सकते।
- LiFi टेक्नोलॉजी WiFi के मुकाबले काफी मेहेंगी है.
- इसे आप पब्लिक एरिया पर या किसी ग्रामीण एरिया पर इस्तेमाल नहीं कर सकते। क्यों की देखो इंटरनेट यूज करने के लिए सबसे पहले तो बल्ब को 24/7 ON रखना पड़ेगा। इसका Installation का खर्चा भी काफी ज्यादा है और इसके आलावा जिसे इंटरनेट चाहिए उसे dongle भी परचेस करना पड़ेगा। तो अभी के लिए यह बहोत ही मेहेंगी टेक्नोलॉजी है. इसलिए हर कोई इस afford नहीं कर पायेगा।
- किसी दूसरी रौशनी यानि sunlight या किसी और बल्ब के कारण इंटरनेट स्पीड में बाधा आ सकती है.
- Installation चार्जेस काफी ज्यादा है।
- रेंज लिमिटेड है। जहा तक आपके बल्ब की रौशनी जाती है वहा तक ही आप इसे यूज कर सकते है.
- यदि पावर लॉस हो जाती है तब भी आप LiFi को नहीं एक्सेस कर सकते।
यहाँ पर इसकी कही सारी लिमिटेशंस है जिसकी वजह से यह अभी तक अंडर डेवेलोप कंडीशन में ही है. लेकिन आने वाले समय में हमे इसमें कुछ नया देखने को मिल सकता है.
reference- wiki
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आखरी सोच
आपने इस आर्टिकल में LiFi क्या हैं, इसे कैसे इस्तेमाल किया जाता हैं और यह तकनीक कैसे काम करती हैं, LiFi के Advantages और Limitations क्या हैं और सबसे महत्वपुर्ण की lifi vs wifi मे क्या difference होता हैं, इसके बारे में जानकारी हासिल की.
मुझे उम्मीद है आपको यह जानकारी हेल्पफुल साबित हुयी हो और आपको इससे बहोत कुछ् सिखने को मिला होगा। लेकिन फिर भी यदि आपके मन में LiFi से संबंधित कोई भी सवाल है तो मुझे कमेंट में जाकर जरूर बताइये जिससे मैं आपके सवाल का सही जवाब दे सकू.
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