मेरी तरह आपको सुनकर भी दुख हो रहा होगा क्यों की जो ब्राउज़र हम बचपन से यूज करते आ रहे हैं वोह ब्राउज़र 2021 मे बंद होने वाला हैं. जी हां दोस्तों मैं बात कर रहा हूँ Internet Explorer के बारे मे.
यह एक ट्रिब्यूट आर्टिकल मैंने खास उन लोगो के लिए बनाया हैं जिन्हे इस ब्राउज़र से काफ़ी लगाव था और शायद अब भी हैं. और मुझे तो यह न्यूज़ सुनकर बहोत ही दुख हुआ क्यों की ज़ब मैं पैदा भी नहीं हुआ था तबसे यह ब्राउज़र लोगो की मदद करता आ रहा है. लेकिन Microsoft की बदनसीबी हैं की बाकि ब्राउज़र जैसे गूगल क्रोम और mozilla आने की वजह से अब सिर्फ सरकारी वेबसाइट ओपन करने के लिए ही Internet Explorer का यूज हो रहा हैं.
Internet Explorer की शुरुवात कब हुयी
Internet Explorer ब्राउज़र की शुरुवात August 16, 1995 को मतलब के करीब 25 साल पहले माइक्रोसॉफ्ट द्वारा की गयी थी. तब उनका Initial release ऑपरेटिंग सिस्टम Windows 95 था और उसीके साथ ऑप्टिमाइज़ करके माइक्रोसॉफ्ट ने इस ब्राउज़र का एक प्लगइन के तौर पर इसकी शुरुवात की.
यह एक फ्री ब्राउज़र था और लोगो को उसे डाउनलोड करके इनस्टॉल करना पड़ता था, लेकिन बाद में विंडोज 95 के नेक्स्ट अपडेट में उन्होंने इस इनबिल्ड ब्राउज़र बना दिया जो अब तक चल रहा है.
हलाकि यह इनका फर्स्ट ब्राउज़र नहीं था इससे पहले भी NCSA Mosaic और Netscape ब्राउज़र पॉपुलर हुआ करते थे लेकिन Internet Explorer आने के बाद लोगोने इसे ही पसंद करना शुरू किया।
ब्राउज़र versions:
- Internet 1.0
- Explorer 2
- Internet Explorer 3
- Internet Explorer 4
- Internet Explorer 5
- Internet Explorer 6-10
- Internet Explorer 11 (2013 को स्पेशली विंडोज 7 के लिए बनाया गया था)
- End Journey Starts (2015)- यही वोह साल था जब इंटरनेट एक्स्प्लोरर माइक्रोसॉफ्ट Edge ब्राउज़र के साथ रेप्लस हुआ.
लेकिन इस कंपनी उसे अब तक इसलिए रखा क्यों कुछ ऐसी भी वेबसाइट है जो सिर्फ इस ब्राउज़र पर ही ठीक से चलती है. उन वेबसाइट के निचे लिखा हुआ रहता है “For good view run on Internet Explorer”. इसलिए उन्होंने compatibility को मेन्टेन रखने के लिए विंडोज के साथ ही इसे फ्री में देना चालू रख दिया।
Reference- https://en.wikipedia.org/wiki/Internet_Explorer
Internet Explorer बंद क्यों हो रहा है
अब आप सोच रहे होंगे की इतना अच्छा ब्राउज़र है और फिर भी माइक्रोसॉफ्ट इसे बंद क्यों कर रहा है? तो इसके पीछे उनका कोई दोष नहीं है और वैसे देखा जाये तो लोगो का भी दोष नहीं है. क्यों की इस ब्राउज़र के बुरे दिन तब आने शुरू हुए जब Google Chrome और Mozilla Firefox का जनम हुआ.
माइक्रोसॉफ्ट की किस्मत इतनी बुरी है की उसके बाद उन्होंने इसमें काफी डेवलपमेंट की और उन्होंने यह भी कहा की ये ऐसा ब्राउज़र है जो बैटरी consume करता है, मतलब की अगर आप लैपटॉप यूज कर रहे हो तो Internet Explorer पर सर्फिंग करने से आपकी बैटरी जल्दी ड्रेन नहीं होगी और इस तरह से उन्होंने इसकी मार्केटिंग करना शुरू किया। लेकिन फिर भी लोगो ने क्रोम को ही एक अच्छे, फ़ास्ट ब्राउज़र के नजरिये से देखा।
और देखा जाये तो यह सही भी है, की यदि आप Internet Explorer का यूज करते हो तो सचमे यह बैटरी कम लेता है क्यों की ये एक विंडोज compatible ब्राउज़र है जो खास विंडोज OS यूज करने वालों के लिए बनाया गया है. और अब तो यह बाकि ब्राउज़र की तरह ही फ़ास्ट भी हो गया है. लेकिन फिर भी लोग इसका इस्तेमाल क्यों नहीं करते है, यह मुझे अभी तक समझ नहीं आया.
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Microsoft Edge Browser की शुरुवात हुयी
इसके बाद माइक्रोसॉफ्ट ने Edge ब्राउज़र की शुरुवात की जो विंडोज के साथ नहीं आता है लेकिन हम इसे फ्री में किसीभी ऑपरेटिंग सिस्टम में डाउनलोड कर सकते है. और साथी में यह कुछ सालो बाद android-iOS स्टोर पर भी लॉंच हुआ था. लेकिन फिर वही हुआ जो नहीं होना चाहिए था, लोगो ने इसे भी कुछ खास पसंद नहीं किया।
अब इसका यूज सिर्फ तब होता है जब किसी के घर नया कम्प्यूटर आता है और वह इसका सिर्फ इसलिए इस्तेमाल करता है जिससे वो क्रोम को डाउनलोड कर सके.
सुनकर काफी बुरा लगता है लेकिन क्या करे वोह बोलते है ना किस्मत में जो लिखा है वही होता है और सचमे यही हुआ Microsoft ने कुछ दिन पहले announce किया की अगले विंडोज के साथ मलतब २०२१ में अब यह ब्राउज़र नहीं दिया जायेगा और इस प्रोजेक्ट को permanently बंद कर दिया जायेगा।
तो ये थे कुछ शब्द Internet Explorer के लिए…
अब शायद नेक्स्ट जनरेशन को पता भी नहीं चलेगा की कोई ऐसा ब्राउज़र भी था और लोग भी समय चलते इसे भूल जाएंगे। लेकिन फिर भी यह हमेशा हम सब लोगो के याद में रहेगा।
RIP Internet Explorer
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